इस तरह की साधना भी वही काम करती है. ये साधक में एक आकर्षण या फिर चुम्बकीय प्रभाव पैदा करती है जिसकी वजह से कोई भी उनके आकर्षण से बच नहीं पाता है. लौंग, लौंगा, लौंगा! बैर एक लौंग मेरी आती-पाती ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमुक ग्राह्यार्थे सर्व जगत् हितकारिणी सर्वदुःख निवारिणी https://angeloigecy.blogminds.com/new-step-by-step-map-for-वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए-32697244