उन्हें आनंद जी का एक आम आदमी को थप्पड़ मारना अच्छा नहीं लगा. नक़ल करने से कभी भी कोई छात्र परीक्षा में पास नहीं हो सकता. इसलिए हमें ईमानदारी से परीक्षा देनी चाहिए. वह व्यक्ति नाटक देखने के लिए वहीँ बैठ गया व देखते ही देखते वह राजमहल जाकर धन https://lokhitkhabar.com/